जेल वापस लौटने वाले ब्रिटिश कैप्टन की कहानी

1916 में, ब्रिटिश कैप्टन रॉबर्ट कैंपबेल को जर्मनी की जेल से अपनी मरती हुई माँ से मिलने की इजाज़त मिली। छुट्टी के बाद, उन्होंने अपना वादा निभाया और वापस जेल लौट आए। उन्होंने कोई सुरंग खोदकर भागने की कोशिश नहीं की। उनके इस सम्मानजनक काम से प्रभावित होकर, जर्मनों ने उनके बदले एक और ब्रिटिश कैदी को रिहा कर दिया।

 

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